इसका तात्पर्य है कि राज्य उचित और मानवीय कार्य परिस्थिति और मातृत्व राहत प्राप्त करने की व्यवस्था करेगा।
2.
कार्य परिस्थिति, भविष्य निधियां, नियोक्ताओं का दायित्व, कर्मगारों की क्षतिपूर्ति अवैधता, और वृद्धावस्था पेंशन और मातृत्व लाभ सहित श्रम कल्याण।
3.
श्रम कल्याण जिसमें कार्य परिस्थिति, भविष्य निधियां, नियोक्ताओं का दायित्व कामगारों की क्षतिपूर्ति, अवैधता और वृद्धावस्था पेंशन और मातृत्व लाभ शामिल हैं।
4.
जहाँ तक महिलाओं की आर्थिक भागीदारी का सवाल है अनौपचारिक क्षेत्र में महिलाएं हाशिये पर हैं और उनकी कार्य परिस्थिति बदतर है।
5.
इसमें कार्य की प्रकृति और इसके प्रकार, कार्य परिस्थिति, कार्य के कर्त्तव् य और जिम् मेदारी आदि का वर्णन किया जाता है।
6.
श्रम कल्याण का अभिप्राय कर्मचारियों को दी जाने वाली ऐसी सभी सेवाओं, सुख साधनों और सुविधाओं से है जो उनकी कार्य परिस्थिति तथा जीवन स्तर में सुधार लाती हैं।
7.
श्रम कल् याण का अभिप्राय कर्मचारियों को दी जाने वाली ऐसी सभी सेवाओं, सुख साधनों और सुविधाओं से है जो उनकी कार्य परिस्थिति तथा जीवन स् तर में सुधार लाती हैं।
8.
जबकि समवर्ती सूची में:-(i) व् यापार संघ औद्योगिक और श्रम संबंधी विवाद ; (ii) सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक बीमा, रोजगार और बेरोजगार ; और (iii) श्रम कल् याण जिसमें कार्य परिस्थिति, भविष् य निधियां, नियोक् ताओं का दायित् व कामगारों की क्षतिपूर्ति, अवैधता और वृद्धावस् था पेंशन और मातृत् व लाभ शामिल हैं।